Super Exam Chemistry Redox Reactions / रेडॉक्स अभिक्रियाएँ Question Bank रेडॉक्स अभिक्रियाएं एवं विद्युत रसायन

  • question_answer
    कथन : जस्तेदार लोहे में जल्दी जंग नहीं लगता। कारण
    (R) : यशद में उपचयन क्षमता है। (UPPCS 2002,UPSC 1994)
    नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
    कूट:

    A) कथन और कारण दोनों सही हैं और कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण है।

    B) कथन और कारण दोनों सही हैं किन्तु कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है।

    C) कथन सही है, परन्तु कारण गलत है।

    D) कथन गलत है, परन्तु कारण सही है।

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - कथन और कारण दोनों सही हैं और कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण है।
    व्याख्या - उत्सर्ग या बलिदानी रक्षण- इस तकनीकी में धातु को संक्षारित होने से रोकने के लिए उस पर ऐसी धातु की परत (Coating) चढ़ार्इ जाती है जो सुरक्षित की जाने वाली धातु से अपेक्षाकृत अधिक आसानी से ऑक्सीकृत होती या ज्यादा क्रियाशील हो। धीरे धीरे अधिक सक्रिय धातु की परत नष्ट होती जाती है लेकिन परत के नीचे मूल धातु संक्षारित होने से बच जाती है। लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए उस पर जिंक की परत चढ़ार्इ जाती है इस प्रकिया को गैल्वेनीकरण/यशदिकरण (Galvanization) कहते हैं। जिंक की परत में यदि कोर्इ खरोंच भी होती है तो भी लोहे पर जंग नहीं लगता इसका कारण यह है खरोंच या दरार उत्पन्न हो जाने पर जिंक और लोहे दोनों का ऑक्सीकरण हो सकता है। जिंक का अपचयन विभव लोहे के अपचयन विभव से कम है, परिणामस्वरूप जिंक का ऑक्सीकरण पहले होगा और लोहा संक्षारित नही होगा।


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