कथन (A): पृष्ठीय वायु चक्रवात के केंद्र के ऊपर आभ्यंतर कुंडलित होती है। |
कारण (B): हवा चक्रवात के केंद्रों में अवरोहित होती है? (lAS 2002) |
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए |
A) A और R दोनों सही है और R, A का सही स्पष्टीकरण हैं।
B) A और R दोनों सही है और R, A का सही स्पष्टीकरण नही है।
C) A सही है, परंतु R गलत है।
D) A गलत है, परंतु R सही है।
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - A और R दोनों सही है और R, A का सही स्पष्टीकरण हैं। |
व्याख्या - चक्रवात प्राय: निम्न दाब के केंद्र होते हैं, जिनके चारों ओर सम वायुदाब रेखाएं फैली होती हैं। चक्रवात की दिशा उत्तरी गोलार्द्ध में घड़ी की सुर्इयों के विपरीत तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में अनुकूल होती हैं। केंद्र से बाहर की ओर जाने में वायुदाब क्रमश: बढ़ता जाता है। फलस्वरुप परिधि से केंद्र की ओर हवा चलने लगती हैं। इस प्रकार पृष्ठीय वायु चक्रवात के केंद्र के ऊपर आभ्यंतर कुंडलित होती हैं, जिससे हवा चक्रवात के केंद्र में अभिसरित होती हैं। |
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