Super Exam Geography Atmosphere, Cyclone, Anticyclone / वाताग्र, चक्रवात एवं प्रतिचक्रवात Question Bank वाताग्र, चक्रवात एवं प्रतिचक्रवात

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    वाताग्र में सम्बन्ध में कौन-सा कथन असत्य है?

    A) वातानों की उत्पत्ति के लिए निम्न दो दशाओं का होना आवश्यक है।

    B) वाताग्र एक ही रेखा में नहीं पाये जाते।

    C) वाताग्र लम्बवत रूप से भी गतिशील होते हैं ।

    D) वाताग्र हेतु दो भिन्न वायुराशियां अपसरण आवश्यक है।

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - वाताग्र हेतु दो भिन्न वायुराशियां अपसरण आवश्यक हैं।
    व्याख्या - जब दो भिन्न-भिन्न गुणों वाली वायु राशियां एक-दूसरे के निकट आती हैं, तो उनके सीमावर्ती किनारे जो दोनों को मिलने से रोकते हैं, इन सीमान्त किनारों की अग्ररेखाएं ही वाताग्र कहलाती हैं। वातारों की उत्पत्ति के लिए दोनों वायु राशियों का तापमान भिन्न होना आवश्यक होता है। साथ ही यह भी आवश्यक है कि ये वायु राशियां दो अलग-अलग दिशाओं से मिलें अर्थात् इनमें अपसरण नहीं बल्कि अभिसरण होना चाहिए।
    टिप्पणी -
    वाताग्र दाब, पवन दिशा तथा वायु दाब आदि के कारण बनते हैं। इसलिए जब ये गुण नष्ट हो जाते हैं, तो वातान भी समाप्त हो जाते हैं ।
    वाताग्र लम्बवत रूप से भी गतिशील होते हैं। ये धरातल से 2.5 किलोमीटर से अधिक ऊंचार्इ पर नहीं बनते।


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