A) इन्द्र
B) वरुण
C) मित्र
D) पूषन
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर [a] इन्द्र व्याख्या - ऋग्वेद के प्रायः 250 सूक्तों में इन्द्र का वर्णन है तथा 50 सूक्त ऐसे हैं जिनमें दूसरे देवों के साथ इन्द्र का वर्णन है। इस प्रकार लगभग ऋग्वेद के चतुर्थाश में इन्द्र का वर्णन पाया जाता है। इससे हम इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं कि इन्द्र वैदिक युग का सर्वप्रिय देवता था। इन्द्र शब्द की व्युत्पत्ति एवं अर्थ अस्पष्ट है। अधिकांश विद्वानों की सम्मति में इन्द्र झंझावात का देवता है। जो बादलों में गर्जन एवं बिजली की चमक उत्पन्न करता है।You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec