Super Exam Biology Molecular basis of Inheritance / विरासत का आणविक आधार Question Bank वंशागति का आण्विक आधार एवं जैव तकनीकी

  • question_answer
    पुनर्योगज DNA प्रौद्योगिकी (आनुवांशिक इंजीनियरिंग) जीनों को स्थानांतरित होने देता है-   (UPSC 2013)
    1. पौधों की विभिन्न जातियों में
    2. जंतुओं से पौधों में
    3. सूक्ष्म जीवों से उच्चतर जीवों में
    नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

    A) केवल 1    

    B) केवल 2 और 3

    C) केवल 1 और 3

    D) 1, 2 और 3

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - 1, 2 और 3
    व्याख्या - जेनेटिक इंजीनियरिंग को नये DNA अणुओं के निर्माण और उपयोग के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो पुनर्योगज डीएनए (Recombinant DNA) तकनीक द्वारा तैयार किये जाते हैं। रिकॉम्बीनेन्ट DNA जैसा कि नाम से स्पष्ट है इसमें मूल DNA का एक खण्ड काटकर उसके साथ एक भिन्न DNA जोड़ दिया जाता है। पुनर्योजित या पुनर्निर्मित डीएनए की कर्इ गुना प्रतिलिपियों जीवाणु कोशिकाओं या अन्य होस्ट के अंदर निर्मित होती है। इन्हें भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर प्रयोग किये जाने के लिये जीन लाइब्रेरी में संग्रहित किया जाता है। जीन की कर्इ प्रतिलिपियों को क्लोनित डीएनए या क्लोन्ड जीन कहते हैं। रिकॉम्बीनेन्ट डीएनए तकनीकों द्वारा किसी जीवाणु के जीन को मक्के के पौधे में स्थानांतरित किया जा सकता है। इस तकनीक द्वारा जीनों को प्रयोगशाला में पौधों की विभिन्न जातियों में, जंतुओं से पौधों में, सूक्ष्म जीवों से उच्चतर जीवों में स्थानांतरित किया जा सकता है।


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