A) प्राकृतिक संसाधनों के दृष्टिकोण से
B) मध्यवर्ती राज्य के दृष्टिकोण से
C) संचार व्यवस्था के दृष्टिकोण से
D) सामरिक महत्व के केंद्र के दृष्टिकोण से
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - सामरिक महत्व के केंद्र के दृष्टिकोण से व्याख्या - 1648-1649 ई. शाहजहां के शासनकाल में कंधार अंतिम रूप से मुगलों के अधिकार से निकल गया। पुनः ईरानी अधिकार हो जाने से मुगल साम्राज्य को सामरिक महत्व के केंद्र के दृष्टिकोण से नुकसान हुआ। वस्तुतः कंधार के बिना उतर-पश्चिमी सीमा पर मुगलों की स्थिति अपेक्षाकृत कमजोर थी।You need to login to perform this action.
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