Super Exam Indian Polity and Civics Supreme Court and High Court Question Bank सर्वोच्चय न्यायालय

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    निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः (INDIAN POLITY-2019)
    1. भारत के संविधान के 44वें संशोधन द्वारा लाए गए एक अनुच्छेद ने प्रधानमंत्री के निर्वाचन को न्यायिक पुनर्विलोकन के परे कर दिया।
    2. भारत के संविधान के 99वें संशोधन को भारत के उच्चतम न्यायालय ने अभिखंडित कर दिया, क्योंकि यह न्यायपालिका की स्वतंत्रता का अतिक्रमण करता था।

    A) उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं? केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2 दोनों

    D) न तो 1, न ही 2

    Correct Answer: B

    Solution :

    व्याख्या-भारतीय संविधान का 44वां संविधान संशोधन, 1978 महत्वपूर्ण था क्योंकि इसने 42वें संशोधन द्वारा संविधान में लाई गई विकृतियों को आंशिक रूप से हटा दिया था। लेकिन इसमें प्रधानमंत्री के चुनाव को न्यायिक समीक्षा से परे करने वाले अनुच्छेद का कोई प्रस्ताव नहीं था। न्यायिक नियुक्ति आयोग (NJAC) मामले में पाँच न्यायाधीशों की बेंच ने 4 : 1 के बहुमत से 99वें संविधान संशोधन द्वारा लाए गए, एनजेएसी अधिनियम को असंवैधानिक और शून्य घोषित करते हुए खारिज कर दिया। न्यायमूर्ति जे. एस. खेहर ने कहा कि न्यायपालिका से देश के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने की उम्मीदों को इसे बिल्कुल अछूता और स्वतंत्र रखकर सुनिश्चित किया जा सकता है। शासन के अन्य अंगों और प्रस्तावित एनजेएसी ने न्यायपालिका की स्वतंत्रता का उल्लंघन किया है।


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