इस गद्य को ध्यान से पढ़ें और नीचे दिए गए प्रश्न का उत्तर दें: |
स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। इसके लिए मनुष्य को मानसिक रूप से और शारीरिक रूप से दोनों ही प्रकार से स्वस्थ होना चाहिए। स्वस्थ मानसिकता ही स्वच्छ समाज को जन्म देती है। मनुष्य की शुद्ध सोच नई खोजों को जन्म देती है। इसका असर केवल व्यक्ति विशेष पर ही नहीं वरन् समाज, देश, जाति, सब पर समान रूप से पड़ता है और इसके लिए मनुष्य को पूर्णतया अपनी विचारधारा को विकसित करना होगा। पुरानी परंपराएँ एवं रूढ़ियों का त्याग करके नई विकास पद्धति को जन्म देना होगा। |
प्रश्न- उपर्युक्त गद्यांश का सारांश लिखिए। |
A) स्वस्थ मानसिकता अस्वच्छ समाज, नई सोच की जननी है। इसका प्रभाव व्यक्ति के साथ-साथ समाज, देश और जाति पर पड़ता है। इसके लिए व्यक्ति को रूढ़ियों का परित्याग कर अपनी सकारात्मक सोच को विकसित करना चाहिए।
B) स्वस्थ मानसिकता स्वच्छ समाज, नई सोच की जननी है। इसका प्रभाव व्यक्ति के साथ-साथ समाज, देश और प्रांत पर पड़ता है। इसके लिए व्यक्ति को रूढ़ियों का परित्याग कर अपनी नकारात्मक सोच को विकसित करना चाहिए।
C) स्वस्थ मानसिकता स्वच्छ समाज, नई सोच की जननी है। इसका प्रभाव व्यक्ति के साथ-साथ समाज, देश और जाति पर पड़ता है। इसके लिए व्यक्ति को रूढ़ियों का परित्याग कर अपनी सकारात्मक सोच को विकसित करना चाहिए।
D) स्वस्थ मानसिकता स्वच्छ समाज, प्रचीन सोच की जननी है। इसका प्रभाव व्यक्ति के साथ-साथ समाज, देश और जाति पर पड़ता है। इसके लिए व्यक्ति को रूढ़ियों का परित्याग कर अपनी सकारात्मक सोच को बंद करना चाहिए।
Correct Answer: D
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec