इस पद्य को ध्यान से पढ़े और नीचे दिए गए प्रश्न का उत्तर दें: |
निर्भय स्वागत करो मृत्यु का, |
मृत्यु एक विश्राम स्थल है। |
जीव जहाँ से फिर चलता है, |
धारण कर नव-जीवन-संबल। |
मृत्यु एक सरिता है, जिसमें |
श्रम से कातर जीव नहाकर। |
फिर नूतन धारण करता है, |
काया-रूपी वस्त्र बहाकर। |
प्रश्न- मृत्यु को विश्राम स्थल क्यों कहा गया है? |
A) क्योंकि यहाँ जंतुओं का शरीर रूककर विश्राम करता है और - शरीर नहीं बदलता है।
B) क्योंकि यहाँ जंतुओं का शरीर रूककर विश्राम करता है और शरीर बदलता रहता है।
C) क्योंकि यहाँ मनुष्य का शरीर रूककर विश्राम करता है और शरीर बदलता रहता है।
D) क्योंकि यहाँ मनुष्य का शरीर चलते हुए शरीर बदलता रहता है।
Correct Answer: C
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