A) कायिक जनन
B) अलैंगिक जनन
C) लैंगिक जनन
D) उपर्युक्त सभी
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - लैंगिक जनन |
व्याख्या - मेण्डल के आनुवांशिकता का सिद्धांत लैंगिक जनन पर आधारित है। मेण्डल ने सर्वप्रथम मटर के पौधे में मौजूद सात प्रकार के गुणों का अध्ययन कर तीन नियम एकल लक्षण का प्रभाविता नियम, पृथक्करण या युग्मकों की शुद्धता का नियम, स्वतंत्र अपव्यूहन का नियम प्रतिपादित किए। मेण्डल ने मटर के पौधे के उन लक्षणों पर विचार किया जो सर्वथा विपरीत थे जैसे लंबे या बौने पौधे, पीले या हरे बीज। इसके कारण उसे वंशागति नियमों का आधारभूत ढांचा तैयार करने में सहायता मिली। बाद के वैज्ञानिकों ने इसे विस्तार दिया जिससे विविध नैसर्गिक घटनाओं और उनमें निहित जटिलता का स्पष्टीकरण किया जा सका। |
मेंडल ने अनेक सत्य प्रजनक (समान फीनोटाइप), मटर के शुद्ध वंशक्रमों को लेकर लैंगिक जनन की प्रक्रिया कृत्रिम परागणध् पर-परागण के प्रयोग किए। सत्य प्रजनक (True Breeding) वंशक्रम वह होता है, जो कर्इ पीढ़ियों तक स्वपरागण के फलस्वरूप स्थायी विशेषक (Traits) प्रदर्शित करता है। मेंडल ने मटर की 14 सत्य प्रजननी मटर की किस्मों को छांटा अर्थात् सात जोड़े विपरीत लक्षणों को लिया, इनके अन्य लक्षण समान थे। इनमें से कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं चिकने या झुरींदार बीज, पीले या हरे बीज, फूली हुर्इ या सिकुड़ी हुर्इ फलियां, हरी या पीली फलियां, लंबे या बौने पौधे। |
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