A) राइबोसोम द्वारा
B) क्रोमोसोम द्वारा
C) प्लाज्मा द्वारा
D) लाइसोसोम द्वारा
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - क्रोमोसोम द्वारा |
व्याख्या - जीवों में आनुवंशिक लक्षण गुणसूत्र द्वारा सन्तान में जाते हैं। इनका निर्माण न्यूक्लियोप्रोटीन से होता हैं । कोशिका विभाजन के समय क्रोमेटिन जालिका की धागे के समान छोटे - छोटे टुकड़ों के रूप दिखार्इ देते हैं। क्रोमेटिन पदार्थ के इन छोटे टुकड़ों को गुणसूत्र कहा जाता हैं, जिन पर जीन्स उपस्थित होते हैं। बोवेरी एवं सटन ने मिलकर एक सिद्धान्त प्रतिपादित किया कि मेंडल द्वारा उल्लेखित आनुवंशिक आधार इकार्इ फैक्टर्स कोशिका के गुणसूत्रों द्वारा वहन किए जाते हैं, इसे ही आनुवंशिकी के गुणसूत्रीय आधार का सिद्धान्त कहते हैं। इस सिद्धान्त के अनुसार, फैक्टर्स की प्रत्येक जोड़ी होमोलोगस गुणसूत्रों की जोड़ी द्वारा वहन की जाती है। जोड़ी के प्रत्येक गुणसूत्र में प्रत्येक लक्षण हेतु केवल एक ही फैक्टर होता है। किसी जीव के विशिष्ट लक्षणों की संख्या उसकी कोशिका में पाये जाने वाले गुणसूत्रों की संख्या से कहीं अधिक होती। प्रत्येक गुणसूत्र अनेक फैक्टर्स वहन करता है। वर्ष 1909 में वैज्ञानिक जॉनसन ने आनुवंशिकी की आप इकार्इ फैक्टर के स्थान पर जीन शब्द का प्रयोग किया। जो को आनुवंशिकी की इकार्इ के रूप में प्रयुक्त किया जाता है। प्रत्येक जीन गुणसूत्र में एक विशेष स्थान पर स्थित होता है जिसे लोकस कहते हैं। प्रत्येक जीन कम से कम दो वैकल्पिक रूप (Alternative Forms) में होता है, प्रत्येक को एलील कहते । किसी भी जीन की अभिव्यक्ति इन एलील पर ही निर्भर करती है। प्रयोगों द्वारा सिद्ध हो चुका है कि गुणसूत्र ही आनुवंशिकत के वाहक का कार्य करते हैं। गुणसूत्र की पूरी लम्बार्इ में अलग-अलग क्षेत्र विभिन्न लक्षणों के लिए उत्तरदायी होते हैं। जन्त एवं पौधों में वंशागत लक्षणों को विशेषक (Trait) कहते हैं। |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec