विभिन्न जंतुओं के हृदय में रुधिर परिसंचरण के संदर्भ में |
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये- |
1. उभयचर तथा बहुत सारे सरीसृप ऑक्सीजनीकृत तथा विऑक्सीजनीकृत रुधिर धारा का कुछ सीमा तक मिलान भी सहन कर लेते हैं। |
2. मछलियों के शरीर में दोहरा परिसंचरण अनुपस्थित होता है। |
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2 दोनों
D) न तो 1 और न ही 2
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 1 और 2 दोना |
व्याख्या - उभयचर तथा बहुत सारे सरीसृप जैसे जंतुओं में तीन कोष्ठीय हृदय होता है और ये ऑक्सीजनीकृत तथा विऑक्सीजनीकृत रुधिर धारा का कुछ सीमा तक मिलान भी सहन कर लेते हैं। मछलियों के हृदय में केवल दो प्रकोष्ठ होते हैं। यहां से रुधिर क्लोम में भेजा जाता है जहां यह ऑक्सीजनित होता है और सीधा शरीर के अन्य अंगों को भेज दिया जाता है। इस तरह मछलियों के शरीर में एक चक्र में केवल एक बार ही रुधिर हृदय में जाता है जबकि अन्य कशेरुकियों में प्रत्येक चक्र में यह दो बार हृदय में जाता है। |
टिप्पणी - खुला परिसंचरण तंत्र (open circulating system )- |
(i) इसमें रक्त हृदय द्वारा पम्प होता है उन रक्त वाहिनियों जो रक्त स्थानों (Blood space) में खुलती हैं इन्हें साइनर (Sinuses) कहते हैं। |
(ii) रुधिर ऊतक कोशिकाओं के प्रत्यक्ष सम्पर्क में होता। |
उदाहरण-आर्थोपोडा, मोलस्का। |
बंद परिसंचरण तंत्र (Closed circulatory systen)- |
(i) इस प्रकार के परिसंचरण में, रक्त या रुधिर हृदय द्वार पम्प होता है जो बन्द रुधिर वाहिनियों में प्रवाहित होता है। |
(ii) रुधिर ऊतक कोशिकाओं के प्रत्यक्ष रूप से सम्पर्क में नहीं होता है। उदाहरण-एनीलिडा, कॉर्डेटा। |
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