A) वस्त्रयुक्त
B) प्रभामंडल युक्त
C) केशयुक्त
D) उपरोक्त सभी
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - उपरोक्त सभी |
व्याख्या - गांधार मूर्तिकला शैली के अंतर्गत भगवान बुद्ध प्राय: वस्त्रयुक्त, धुंघराले बाल व मूंछ सहित, ललाट पर ऊर्णा (भौंरी), सिर के पीछे प्रभामंडल तथा वस्त्र सलवट या चप्पलयुक्त विशेषताओं से परिपूर्ण हैं। |
विशेष - गांधार कला के प्रमुख केंद्र - कुषाण काल का मूर्तिकला की दृष्टि से खास महत्व है। इस समय मूर्तिकला के दो प्रमुख केंद्र थे; पहला गांधार तथा दूसरा मथुरा। गांधार कला के प्रमुख केंद्र पेशावर के पास बामियान, स्वात घाटी में हेड्डा तथा अफगानिस्तान में जलालाबाद इत्यादि हैं। |
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