A) हिंद-यूनानी
B) इंडो-हेलेनिक
C) ग्रीक-रोमन कला
D) उपर्युक्त सभी
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - उपर्युक्त सभी |
व्याख्या - कला की गांधार शैली गांधार प्रांत में विकसित हुई। अत: इस कला को गांधार कला कहा जाता है। इस कला का संबंध यूनानी कला से होने के कारण इसको हिंद-यूनानी अथवा ग्रीक-रोमन कला भी कहा जाता है। इसके अतिरिक्त गांधार कला को इंडो-हेलेनिक या ग्रीक बुद्धिस्ट कला भी कहा जाता है। |
विशेष - गांधार कला की मुख्य विशेषताएं निम्नानुसार हैं - |
गांधार कला शैली में सुंदर प्रतीकों एवं अलंकरणों का प्रयोग किया गया है। |
इस शैली की प्रतिमाएं प्राय: बिना लेख के हैं। |
इस शैली में श्रृंगार रस की प्रतिमाओं का पूर्ण अभाव है। |
गांधार कला शैली में अभिप्राय और विषय भारतीय है लेकिन अलंकरण यूनानी हैं। |
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