पश्चिमी भारतीय चित्रकला शैली के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - |
1. यह शैली गुजरात, राजस्थान में प्रचलित थी। |
2. यह शैली मालवा क्षेत्र में प्रचलित नहीं थी। |
3. पश्चिम भारत में कलात्मक क्रियाकलापों का प्रेरक बल जैनवाद था। |
उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें |
A) 1 और 2
B) 2 और 3
C) 1 और 3
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 1 और 3 |
व्याख्या - चित्रकला की पश्चिम भारतीय शैली गुजरात, राजस्थान और मालवा क्षेत्र में प्रचलित थी। पश्चिम भारत में कलात्मक क्रियाकलापों का प्रेरक बल जैनवाद था। |
टिप्पणी - वस्तुत: जैनवाद को चालुक्य वंश के राजाओं का संरक्षण प्राप्त था जिन्होंने 961 ईसवी सन् से लेकर तेरहवीं शताब्दी के अन्त तक गुजरात और राजस्थान के कुछ भागों तथा मालवा पर शासन किया। राजकुमारों, उनके मंत्रियों और समृद्ध जैनव्यापारियों ने जैन धर्म की पाण्डुलिपियों को बड़ी संख्या में बनवाया था। |
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