चौरपंचासिका चित्रकला के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें - |
1. यह चित्रकला के कुल्हादार समूह से संबंधित है। |
2. ये पेंटिंग फारसी शैली और चित्रकला की पश्चिमी शैली का सम्मिश्रण थी। नीचे दिए गए कोड से सही उत्तर चुनें |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) कोई नहीं
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - (a) केवल 1 |
व्याख्या - चौरपंचाशिका लघु चित्रकला का प्रसिद्ध उदाहरण है। यह चित्रकला के कुल्हादार समूह से सम्बंधित है। इस चित्रकला की शैली स्वदेशी है, और इसे पश्चिम भारत की कला की प्रारम्भिक परम्परा से लिया गया है और इस पर न तो फारसी और न ही मुगल शैली का कोई प्रभाव प्रतीत होता है। इसमें चम्पावती को कमल के फूलों के एक तालाब के निकट खड़ी हुई दिखाया गया है। |
टिप्पणी - यह लघु चित्रकला एन.सी.मेहता संगृह, मुम्बई में है। इसे छठी शताब्दी में संभवत: मेवाड़ में चित्रित किया गया था। |
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