जलीय विलयनों में किस रेडॉक्स अभिक्रिया में इलेक्ट्रॉनों को बाहरी परिपथ में स्थानांतरित होने के आवश्यकता नहीं रहती? |
1. परोक्ष रेडॉक्स अभिक्रिया |
2. प्रत्यक्ष रेडॉक्स अभिक्रिया |
3. विच्छेदन रेडॉक्स अभिक्रिया |
कूट: |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) 2 और 3
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 1 और 2 |
व्याख्या - प्रत्यक्ष रेडॉक्स अभिक्रिया- यदि ऑक्सीकरण और अपचयन की अभिक्रियाएं, एक ही पात्र में सम्पन्न होती हैं, प्रत्यक्ष रेडॉक्स अभिक्रिया (Direct Redox Reaction) कहलाती हैं। इसमें इलेक्ट्रॉनों का सीधा आदान-प्रदान होता है, इलेक्ट्रॉनों को बाहरी परिपथ में से स्थान्तरित होने की आवश्यकता नहीं होती है। |
परोक्ष रेडॉक्स अभिक्रिया - यदि ऑक्सीकरण और अपचयन अभिक्रियाएं दो अलग-अलग पात्रों में सम्पन्न होती हैं। इसे परोक्ष रेडॉक्स अभिक्रिया (Indirect redox reaction) कहा जाता है। |
विशेष - रेडॉक्स अभिक्रियाओं के अनुप्रयोग - |
(i) विद्युत रासायनिक सेलों में - इस प्रकार के सेलों में होने वाली स्वत: रेडॉक्स रासायनिक क्रियाओं द्वारा विद्युतीय ऊर्जा उत्पन्न होती है। |
(ii) विद्युत अपघटनी सेलों में-धातुओं के निष्कर्षण एवं शोधन के लिए विद्युत अपघटनी सेलों का प्रयोग किया जाता है। |
(iii) धातुकर्म में- उचित अपचायकों द्वारा धातु ऑक्साइड को धातु में बदला जाता है। वात्या भट्टी में \[F{{e}^{2}}{{O}_{3}}\]का कोक द्वारा Fe में अपचयन हो जाता है। |
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