A) शून्य वोल्ट
B) एक वोल्ट
C) दो वोल्ट
D) दस वोल्ट
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - शून्य वोल्ट |
व्याख्या - मानक हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड- 1 मोल \[{{H}^{+}}({{H}_{3}}{{O}^{+}})\] आयन के विलयन में प्लेटिनम इलेक्ट्रोड डालकर उसमें 298 K तथा 1 वायुमण्डल दाब पर हाइड्रोजन गैस को प्रवाहित किया जाये तो इस अर्द्ध-सेल का विभव शून्य वोल्ट माना जाता है तथा इलेक्ट्रोड को मानक हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड (S.H.E) कहते हैं। |
मानक अपचयन विभव- किसी अर्द्ध सेल (इलेक्ट्रोड) का मानक इलेक्ट्रोड विभव (Standard Electrode Potential) वह विभवान्तर है जो किसी इलेक्ट्रोड (धातु छड़ या प्लेट ) को उसके स्वयं के आयनों के 1.0 M (मोलर) विलयन में 298 K पर डुबोने पर उत्पन्न होता है। अपचयन अभिक्रिया के रूप में दर्शाया जाए तो इसे मानक अपचयन विभव (Standar Reduction Potential) कहते हैं। यदि इलेक्ट्रोड गैसीय है (जैसे-हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड ) तो गैस का दाब एक वायुमण्डल होना चाहिए। |
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