A) उसका क्वथनांक उच्च है
B) उसका द्विध्रुव आघूर्ण अधिक है
C) उसकी विशिष्ट ऊष्मा अधिक है
D) उसका कोर्इ रंग नहीं होता
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर- उसका द्विध्रुव आघूर्ण अधिक है |
व्याख्या - आयनिक लवण ध्रुवीय प्रकृति के होते हैं तथा वे केवल ध्रुवीय विलायकों में ही विलेय होते हैं। जल एक सार्वत्रिक विलायक होने के साथ-साथ धुव्रीय विलायक होता है एवं इसका द्विध्रुव आघूर्ण का मान उच्च होने के कारण यह आयनिक लवणों को विलेय करके संगत आयनों मे वियोजित कर देता है। |
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