A) निर्लवणीकरण द्वारा
B) आसवन द्वारा
C) आयन आदान-प्रदान द्वारा
D) निथारकर
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर- निर्लवणीकरण द्वारा |
व्याख्या - निर्लवणीकरण द्वारा अशुद्ध जल से बड़ी मात्रा में पेयजल तैयार किया जाता है। इसके अलावा आसवन प्रक्रिया द्वारा एवं आयन आदान-प्रदान प्रक्रिया द्वारा भी जल का शुद्धिकरण भी किया जा सकता है लेकिन उपरोक्त विधियों में से सबसे ज्यादा निर्लवणीकरण का इस्तेमाल किया जाता है। निथारकर जल में से बड़े कणों को अलग किया जाता है। |
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