A) उन्नतोदर (कॉन्वेक्स)
B) नतोदर (कॉनकेव)
C) वर्तुलाकार (सिलिंड्रिकल)
D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - नतोदर (कॉनकेव) |
व्याख्या - यदि किसी दूरस्थ वस्तु से आने वाले प्रकाश को नेत्र लैंस रेटिना से पहले ही किसी बिन्दु पर फोकसित करता है तो इस दोष को निकट दृष्टि-दोष कहते हैं। इस दोष से पीड़ित व्यक्ति का दूर बिन्दु अनन्त पर स्थित नहीं होता है। अतः वह दूरस्थ वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख सकता है। नेत्र लैंस की फोकस दूरी कम हो जाती है। इसमें अवतल लैंस का उपयोग करके दूर बिन्दु को अनन्त पर स्थापित किया जा सकता है। इसे मायोपिया भी कहते हैं। |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec