A) पुतली के आकार में परिवर्तन
B) लैंस के व्यास व फोकस दूरी में परिवर्तन
C) रोडोप्सीन का विरंजक व पुन विरचन होना।
D) आंखे का अंधेरे के प्रति कुछ समय में अनुकूलित होना
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - आंखे का अंधेरे के प्रति कुछ समय में अनुकूलित होना। |
व्याख्या - जब कोई व्यक्ति तीव्र प्रकाश क्षेत्र से अंधेरे कमरे में प्रवेश करता है तो उसे कुछ समय के लिए स्पष्ट दिखाई नहीं देता है, और बाद में धीरे-धीरे उसे चीजें दिखाई देने लगती हैं। आंखो में स्थित 'कोन फोटोरिसेप्टर' तीव्र प्रकाश की स्थिति में कार्य करने हेतु अधिक अनुकूल होते हैं जबकि 'रॉड रिसेप्टर' अंधेरे में कार्य करने हेतु अधिक अनुकुल होते है। तीव्र प्रकाश के क्षेत्र से अंधेरे कमरे में प्रवेश करने पर रॉड रिसेप्टरो को कार्यशील होने में समय लगता है। क्योंकि देखने के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है। |
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