Super Exam Physics Wave Optics / तरंग प्रकाशिकी Question Bank तरंग एवं प्रकाशिकी

  • question_answer
    जब समताप मण्डल में ओजोन का अवक्षय होता है, तो पृथ्वी के धरातल पर पतित विकिरण की तरंगदैर्ध्य कितनी होती है?(UPSC 1993)

    A) (a) \[{{10}^{-10}}M\]

    B) \[{{10}^{-7}}M\]

    C) \[{{10}^{-2}}M\]

    D) 100M

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - \[{{10}^{-7}}M\]
    व्याख्या - समताप मण्डल में ओजोन अवक्षय होने पर पृथ्वी के धरातल पर पतित विकिरण की न्यूनतम तरंगदैर्ध्य 100 n.m होगी।
    \[\therefore \]      \[1n.m\text{ }=\text{ }1~\times {{10}^{-9\text{ }}}m\]
                \[100n.m=100\times {{10}^{-9}}\text{ }m={{10}^{-7}}m\] होगी।
    UV-A विकिरण- इन विकिरणों की तरंगदैर्ध्य 320-400 n.m तक होती है। पृथ्वी की सतह तक आसानी से पहुंच जाता है।
    UV-B विकिरण- 280-320 n.m- की तरंगदैर्ध्य रेज इसकी कुछ मात्रा पृथ्वी तक पहुंचती है।
    UV-C विकिरण- 100-280 n.m की तरंगदैर्ध्य रेज वाला यह विकिरण ओजोन परत द्वारा सर्वाधिक प्रभावित होता है।


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