Super Exam Biology Respiratory System / श्वसन प्रणाली Question Bank मानव श्वसन तंत्र

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    उच्छ्व सन (Exhalation) के समय पसलियां

    A) बाहर की ओर गति करती हैं।

    B) नीचे की ओर गति करती हैं।

    C) ऊपर की ओर गति करती हैं।

    D) बिल्कुल गति नहीं करती हैं।

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - नीचे की ओर गति करती हैं।
    व्याख्या - अंत:श्वसनध्नि:श्वसन (Inhalation) - श्वासोच्छ्वास (Breathing) दौरान वातावरण से वायु का शरीर के भीतर फेफड़ों में पहुंचने की क्रिया को नि:श्वसन कहते हैं। इसके समय पसलियां ऊपर और बाहर की ओर गति करती हैं और डायाफ्राम नीचे की ओर गति करता है। नि:श्वसन के दौरान अन्तरापर्युक पेशियां (Intercoastal Muscles) सिकुड़ती हैं, इसका पसलियों (Ribs) व उरोस्थि (Sternum) में खिचांव उत्पन्न होता है। इससे वक्ष गुहा का आयतन बढ़ जाता है जिससे फेफड़ों में निम्न वायुदाब निर्मित होता है। इस निम्न वायुदाब के कारण फेफड़ों में वायु भरने लगती है तथा नि:श्वसन तब तक होता रहता है जब तक बाहरी वातावरण और फेंफड़े के भीतर वायुदाब बराबर न हो जाये। वातावरण से ग्रहण की हुर्इ वायु तथा फेफड़ों के वायुकोष्ठकों (Alveloi) के मध्य \[{{O}_{2}}\] एवं \[C{{O}_{2}}\]का विनिमय विसरण (Diffusion) द्वारा होता है।
    उच्छवसन (Expiration) - नि:श्वसन के बाद \[C{{O}_{2}}\]युक्त वायु का अंगों एवं शरीर से बाहर वातावरण में निष्कासित करने उच्छ्वसन कहते हैं। उच्छ्वसन में आंतरिक अन्तरापशुक पेशियां ( Internal intercoastal Muscles) सिकुड़ जाती हैं। उच्छ्वसन के समय पसलियां नीचे और अंदर की ओर आ जाती हैं, जबकि डायफ्राम ऊपर की ओर पूर्व स्थिति में आ जाता है। डायफ्रॉम गुम्बदाकार (Dome Shaped) हो जाता है। इससे वक्ष गुहा का आयतन घट जाता है। फलस्वरूप फेफड़ों की वायु बाहर निष्कासित हो जाती है। एक सामान्य वयस्क व्यक्ति प्रति मिनट लगभग 7-8 लीटर वायु का बहि:क्षेपण व अन्तर्ग्रहण होता है।


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