A) सेलुलोज
B) स्टार्च
C) प्रोटीन
D) पी.वी.सी.
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर- पी.वी.सी. |
व्याख्या- जिन बहुलकों का विखंडन जैविक प्रक्रियाओं द्वारा समय के साथ प्राकृतिक एवं पर्यावरण की ष्टि से सुरक्षित तरीके से किया जा सकता है। जैव-निम्नीकृत (Biodegradable) बहुलक कहलाते हैं। जैसे- सेलुलोज, स्टार्च एवं प्रोटीन जबकि पीवीसी अजैव-निम्नीकृत बहुलक नहीं है। |
टिप्पणी- पॉलिवाइनिल क्लोराइड (Polyvinyl Chloride PVC) - यह वाइनिल क्लोराइड (एकलक) का उच्च बहुलक है। इसका निर्माण वाइनिल क्लोराइड को अक्रिय विलायक में बेंजॉयल परॉक्साइड की उपस्थिति में गर्म करने होता है। |
\[\underset{{\scriptscriptstyle 1\!/\!{ }_4}okbfuy DyksjkbM{\scriptscriptstyle 1\!/\!{ }_2}{\scriptscriptstyle 1\!/\!{ }_4}ih-oh-lh-{\scriptscriptstyle 1\!/\!{ }_2}}{\mathop{nC{{H}_{2}}=CHCl\xrightarrow{csatk;y ijkWDlkbMmPp nkc}{{(-C{{H}_{2}}-CHCl-)}_{n}}}}\,\] |
गुण- यह ढ़ प्लास्टिक है। इसमें विशेष यौगिक [ जिन्हें प्लास्टिककारी (Plasticizer) कहते हैं,] मिलाकर लचीला बनाया जा सकता है, इस क्रिया को प्लास्टिकीकरण (Plasticization) कहते हैं। पी.वी.सी. विद्युत का कुचालक व जल प्रतिरोधी है। इस पर ऊष्मा एवं रसायनों का कोर्इ प्रभाव नही होता है। |
उपयोग- इसका उपयोग प्लास्टिक के पाइप, ग्रामोफोन रेकॉर्ड, हैण्ड बैग, रेनकोट, जलरोधी पर्दे व अन्य वाटरप्रूफ वस्तुएं, चप्पलें, खिलौने, डिब्बे, बाल्टियां, विद्युत इन्सुलेटर तथा आसंजी (adhesive) आदि अनेक वस्तुओं के बनाने में होता है। |
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